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रायपुर : राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित मुख्य समारोह में ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली…

राज्यपाल श्री हरिचंदन ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी

गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन द्वारा आज यहां राजधानी रायपुर में पुलिस परेड ग्राउंड  में ध्वजारोहण किया गया और परेड की सलामी ली गई।

’राज्यपाल श्री हरिचंदन द्वारा इस अवसर पर जनता के नाम दिए गए संदेश का मूल पाठ इस प्रकार है।’

आज 75 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर आप सभी को हार्दिक बधाई और अनंत शुभकामनाएं।

भारत को आजादी दिलाने वाले अमर शहीदों और असंख्य स्वतंत्रता सेनानियों को सादर नमन, जिनके त्याग तथा बलिदान के कारण, आजाद देश को अपना संविधान बनाने का अवसर मिला। उन सभी महान विभूतियों को सादर नमन, जिनके अथक परिश्रम और अपार प्रतिभा के कारण भारत को गौरवशाली संविधान मिला। हमारा संविधान समय की कसौटी पर खरा उतरा और एक लंबी यात्रा के उपरांत आज हम अपने गणतंत्र के अमृत महोत्सव के मुकाम पर पहुंचे हैं।

आज के दिन सन् 1950 में भारत का संविधान पूर्ण रूप से लागू हो गया था। हमारा महान संविधान लोकतंत्र की आत्मा है। देश की एकता और अखण्डता बनाए रखने का माध्यम है। संवैधानिक मूल्यों के प्रति अपनी आस्था और विश्वास बनाए रखकर ही प्रत्येक व्यक्ति और प्रदेश राष्ट्र के प्रति अपने कर्त्तव्य का निर्वाह कर सकता है। भारत का प्रत्येक नागरिक संविधान-प्रदत्त अधिकार के माध्यम से अपना जीवन संवार सकता है।

देश को आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, स्वातंत्र्य वीर विनायक दामोदर सावरकर, जैसी सभी महान विभूतियों के साथ ही प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, प्रथम विधि मंत्री बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर, प्रथम उपप्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल तथा उन लाखों मनीषियों को सादर नमन करता हूं, जिनके अनमोल योगदान के कारण हम सभी को दुनिया के महानतम गणतंत्र और सफलतम लोकतांत्रिक देश के नागरिक होने का गौरव मिला।

मैं इसी क्रम में भारत की वर्तमान राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु एवं वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी सादर स्मरण करता हूं, जिन्होंने अपने यशस्वी व्यक्तित्व एवं कृतित्व से यह साबित किया है कि हमारे संविधान और लोकतंत्र की शक्ति से साधारण परिवार में जन्मा व्यक्ति देश के शीर्षस्थ पदों पर पहुंच कर, अपना श्रेष्ठतम योगदान दे सकता है। मां भारती के गौरव को ब्रम्हाण्ड के हर हिस्से में पहुंचा सकता है। समानता और न्याय के अधिकार की ऐसी बानगी विश्व कल्याण का माध्यम बन रही है।

गणतंत्र दिवस जन-जन के अधिकारों और संवैधानिक मूल्यों के प्रति अपनी आस्था को मजबूत करने का अवसर है। यह कार्य आम जनता की बुनियादी जरूरतों को पूरा करते हुए, सबको विकास के साधन-सुविधाएं-अवसर देकर ही किया जा सकता है।

यह सुखद संयोग है कि केन्द्र एवं राज्य सरकार ने मिलकर अनेक जनहितकारी नीतियों, योजनाओं, कार्यक्रमों को तेजी से अमल में लाने की दिशा में पुरजोर प्रयास प्रारंभ किया है। छत्तीसगढ़ में छठवीं विधानसभा के गठन के बाद नवगठित सरकार द्वारा पहली कैबिनेट से ही सभी वादे पूरे करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है।

‘‘प्रधानमंत्री आवास योजना‘‘ से भारत के हर आवासहीन परिवार की आंखों में यह सपना जागा था कि अब उनके भी सर पर अपनी छत होगी। देश के अनेक राज्यों में यह लक्ष्य समय पर पूरा किया गया लेकिन छत्तीसगढ़ में कतिपय कारणों से विलंब की स्थिति बनी रही। नई  सरकार ने आते ही ग्रामीण अंचल में लगभग 18 लाख पक्के आवासों के निर्माण का निर्णय लिया है, जो इन परिवारों के लिए बहुत राहत भरा कदम है।

मेरी सरकार ने प्रदेश के अन्नदाताओं को आर्थिक रूप से सशक्त और स्वावलंबी बनाने की दिशा में मजबूत कदम उठाए हैं। छत्तीसगढ़ राज्य के जन्मदाता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिवस, 25 दिसम्बर को एक बार फिर सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर एक और वादा निभाते हुए 12 लाख से अधिक किसानों को दो साल के, धान के बकाया बोनस के रूप में 3 हजार 716 करोड़ रुपए की राशि उनके बैंक खातों में हस्तांतरित की गई। प्रदेश के किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी का निर्णय भी लिया जा चुका है।

समर्थन मूल्य पर धान बेचने की राशि का भुगतान किसानों को 48 घंटे के भीतर सुनिश्चित करने की व्यवस्था की गई, जिसमें 90 प्रतिशत प्रकरणों में सफलता मिली है। इस व्यवस्था को और मजबूत बनाया जा रहा है। सभी ऑनलाइन धान खरीदी केन्द्रों में किसानों के बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण से धान खरीदी की कार्यवाही की जा रही है।

मेरी सरकार ने किसानों को निशुल्क बिजली देने के लिए कृषक जीवन ज्योति योजना की शुरूआत वर्ष 2013-2018 के कार्यकाल में की थी, जिसका लाभ अब लगभग 7 लाख किसानों को मिलने लगा है। इस कार्य को और अधिक सुचारू, सुगम बनाते हुए समय-सीमा में पूर्ण करने के लिए लगभग 1 हजार 123 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि देने की व्यवस्था की गई है, जो पहले से स्वीकृत 2 हजार 900 करोड़ रुपए के अतिरिक्त है।

सूर्य देव की कृपा को सौर प्रौद्योगिकी के माध्यम से व्यापक जनहित में उपयोग के लिए मेरी सरकार की ‘‘सौर सुजला योजना‘‘ के तहत 1 लाख 52 हजार से अधिक सोलर सिंचाई पम्प स्थापित किए जा चुके हैं, जो देश में सर्वाधिक हैं। इसके अलावा सोलर पेयजल पम्पों से 4 लाख 57 हजार परिवारों को लाभ मिल रहा है। वन बाधित क्षेत्रों में 867 गांवों के 1 लाख 35 हजार से अधिक परिवारों को रोशनी मिल रही है।

राज्य में महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन एवं सशक्तीकरण को बढ़ावा देने की सकारात्मक सोच एवं पवित्र उद्देश्य से ‘‘महतारी वंदन योजना‘‘ प्रारंभ करने का वादा भी निभाने की तैयारी है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अंतर्गत प्रदेश के 36 लाख से अधिक महिला हितग्राहियों को रसोई गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं। विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान छूटे हुए पात्र हितग्राहियों को गैस कनेक्शन देने का विशेष अभियान भी संचालित किया जा रहा है।

माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय स्तर पर जल जीवन मिशन‘‘ प्रारंभ कर हर घर नल-जल पहुंचाने का वादा किया था। राज्य में अभी तक 36 लाख 13 हजार से अधिक परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन दिए गए हैं, इसमें तेजी लाने के लिए मेरी सरकार ने अतिरिक्त धनराशि का प्रावधान किया है ताकि छत्तीसगढ़वासियों को अपने घर में अपने नल की सुविधा जल्दी से जल्दी मिल सके।

देश के गरीब परिवारों को कोविड-19 महामारी के समय पोषण उपलब्ध कराने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा ‘‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना‘‘ लागू की गई थी। इस योजना से मिली व्यापक राहत को देखते हुए इसका विस्तार किया गया और अब आगामी 5 वर्षों तक इस योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के लगभग 68 लाख पात्र परिवारों को प्रतिमाह निःशुल्क चावल दिया जाएगा। यह निर्णय मानव इतिहास में न्याय की बहुत बड़ी मिसाल बनेगा, जिससे छत्तीसगढ़ की भावी सेहतमंद पीढ़ी के निर्माण में भी मदद मिलेगी।

युवा शक्ति हमारे सुरक्षित भविष्य का आधार है। इसे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा-संस्कारों के साथ आजीविका के न्यायपूर्ण अवसर दिलाना हम सबकी जिम्मेदारी है। मेरी सरकार ने वादा किया था कि युवाओं के साथ हुए अन्याय की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। इसके लिए पीएससी प्रकरण की सीबीआई जांच का निर्णय लेकर चयन प्रक्रिया में निष्पक्षता, पारदर्शिता व सुधार लाने का प्रयास किया गया है।

भगवान श्रीराम के प्रति आस्था, श्रद्धा और भक्ति का भाव भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर के लोगों में व्याप्त है। उनकी जन्म स्थली अयोध्या में भगवान राम की स्मृतियों को सहेजने के लिए समस्त स्थलों का जीर्णाेद्धार और भव्य मंदिर के निर्माण का सपना 500 वर्षों से जन-जन की आंखों में संजोया हुआ है। यह सपना भगवान श्री राम की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के साथ पूरा हुआ है। मेरी सरकार ने प्रदेश की जनता के लिए श्री रामलला दर्शन योजना प्रारंभ करने का वादा किया था. जिसे पूरा करने का निर्णय ले लिया गया है। इस योजना के तहत हर वर्ष लगभग 20 हजार लोगों को अयोध्या धाम के साथ ही वाराणसी, काशी विश्वनाथ मंदिर एवं कॉरिडोर की तीर्थ यात्रा कराई जाएगी।

स्वच्छता को लेकर भारत सरकार की प्राथमिकता जग-जाहिर है। मुझे खुशी है कि केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में छत्तीसगढ़ को देश के तीसरे सबसे स्वच्छ राज्य के खिताब से नवाजा गया है। उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए छत्तीसगढ़ को विभिन्न श्रेणियों में 6 राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। मेरी कामना है कि स्वच्छता से हम बेहतर स्वास्थ्य एवं उच्चतर जीवन स्तर के बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल हों।

प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम- जनमन) के अंतर्गत प्रदेश के 19 जिलों की विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह की 1 हजार 991 बसाहटों में मूलभूत सेवाएं और सुविधाएं पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। मेरा विश्वास है कि इस कार्य से अंत्योदय को बल मिलेगा और समाज के सबसे कमजोर तबकों का सशक्तीकरण होगा।

इसी प्रकार विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत विभिन्न केन्द्रीय योजनाओं से छत्तीसगढ़ के पात्र हितग्राहियों को अवगत कराने, जागरूक करने तथा अभी तक योजनाओं की पहुंच में नहीं आए लोगों को जोड़कर, उन्हें लाभान्वित करने का महाअभियान भी संचालित किया जा रहा है।

हमारे गणतंत्र की सफलता में जन-जन की सदाशयता, परस्पर सहयोग, प्रदेश और देश के निर्माण में भागीदारी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी सम्मत विकास की दृढ़ इच्छाशक्ति समाहित है। वहीं दूसरी ओर हमारी पुरातन संस्कृति, आध्यात्मिक चेतना के साथ लगाव का योगदान भी है। एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय के दर्शन से हमें मानव और राष्ट्र के प्रति कर्त्तव्य निर्वहन की सार्थक प्रेरणा मिलती है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, कमजोर वर्गों, महिलाओं, युवाओं, बच्चों, किसानों, ग्रामीणों, वनवासियों के समुचित विकास पर सर्वाधिक ध्यान देने की चेतना मेरी सरकार का मूलमंत्र है।

हम सबको मिलकर छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण को लेकर युग पुरुष अटल जी का सपना पूरा करना है। छत्तीसगढ़ को नक्सलमुक्त, कानून-व्यवस्था और शांति का द्वीप तथा विकास का गढ़ बनाना है। ‘‘सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास‘‘ की रणनीति से छत्तीसगढ़ की बेहतरी के हर लक्ष्य प्राप्त किए जाएंगे।

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