झारखंड के 14 जिलों में बारिश और वज्रपात का अलर्ट, ठनका से सावधान रहने की सलाह
राजधानी रांची समेत पूरे राज्य में एक बार फिर मानसून की सक्रियता बढ़ गई है। बंगाल की खाड़ी में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर झारखंड में फिर से मजबूत होता दिख रहा है। मंगलवार को भी दिनभर रिमझिम फुहारों ने आमजनों और किसानों को राहत दी है। रात में झमाझम बारिश हुई।
पिछले कुछ दिनों से मानसून के तेवर नरम पड़ गए थे लेकिन मंगलवार की रात तेज हवा के बौछारें पड़ी। इसके साथ ही एक बार फिर मानसून की सक्रियता दिखने लगी है। उधर, शहर के कई इलाकों में पानी भर गया।
झारखंड के 14 जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र रांची द्वारा जारी पूर्वानुमान की बात करें तो बुधवार को राज्य में अधिकांश जगहों पर मेघगर्जन के साथ वज्रपात की संभावना है जबकि निकटवर्ती मध्य भाग यानी रांची, रामगढ़, हजारीबाग, बोकारो, गुमला और खूंटी के अलावे दक्षिणी हिस्से पूर्वी व पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा और सरायकेला खरसावां, उत्तर पश्चिमी हिस्से यानी पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा में भारी बारिश होने की संभावना है।
इसे लेकर मौसम विभाग ने यलो अलर्ट भी जारी किया है। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर पूरे राज्य में देखने को मिल रहा है। आने वाले तीन-चार दिन तक अच्छी वर्षा प्रत्येक जिले में होने की संभावना है। चूंकि, साइक्लोनिक वर्षा होगी इसलिए वज्रपात भी हो सकती है, लोगों को थोड़ा सचेत रहने की आवश्यकता है।
पिछले 24 घंटों में ऐसा रहा मौसम
पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो राज्य के सभी जिलों में हल्की व मध्यम दर्जे की वर्षा हुई जबकि कहीं कहीं भारी वर्षा रिकार्ड की गई है। पूरे राज्य में मानसून की गतिविधि सामान्य बनी हुई है। सबसे अधिक वर्षा 87.3 मिमी बोकारो के चंद्रपुरा में रिकार्ड की गई है।
सबसे अधिक उच्चतम तापमान 37.1 डिग्री सेल्सियस सरायकेला खरसावां का जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस लातेहार का रिकार्ड किया गया। वहीं राजधानी रांची की बात करें तो अधिकतम 31.7 डिग्री जबकि न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है।